बहेरिया थाने के नरवानी गांव में घर के बाहर खेल रही बच्ची के मुंह से अचानक खून बहने लगा। परिजन उसे मकराेनिया के निजी नर्सिंग हाेम लेकर आए। यहां एक्सरे हुआ ताे उसके जबड़े में गाेली फंसे देख परिजन दंग रह गए। यहां से उसे बुंदेलखंड मेडिकल काॅलेज ले जाया गया। यहां डाॅक्टराें ने ऑपरेशन करने में 10 घंटे लगा दिया।
पिता बच्ची काे लेकर दाेपहर 12 बजे मेडिकल काॅलेज पहुंच गया था। उसे स्टाफ चेक करता रहा, लेकिन ऑपरेशन नहीं हुआ। दरअसल, बीएमसी के डाॅक्टर मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियाें व्यस्त थे। रात करीब 10 बजे ऑपरेशन हुआ और गाेली निकाली गई। गाेली चलाने वाले दाे युवक बाइक से भागते देखे गए। बदमाशाें के निशाने पर काैन था यह उनके पकड़े जाने के बाद ही पता चलेगा।
जानकारी के अनुसार नरवानी निवासी रामजी लाेधी की 8 साल की बेटी साेमवती शनिवार सुबह 8.30 बजे घर के बाहर बच्चाें के साथ खेल रही थी। परिजन घर के अंदर थे। बच्ची अचानक राेती हुई पिता के पास पहुंची। उसके मुंह से खून बह रहा था। पिता रामजी उसे मकराेनिया के निजी नर्सिंग हाेम लेकर आए। यहां एक्सरे के बाद उसे मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया है। रामजी ने बताया कि डाॅक्टर न हाेने से ऑपरेशन में देरी हुई। देर रात ऑपरेशन हुआ। इसके पहले नर्स आकर बच्ची काे देखकर चली जाती। हालांकि ऑपरेशन के बाद जबड़े से गाेली निकाल दी गई है। उन्हाेंने बताया कि हमलावर काैन थे, यह पता नहीं चल पाया। लाेगाें ने बाइक से दाे युवकाें काे भागते देखा है। बाइक चला रहा युवक लाल जरकिन व काला पेंट पहने था। उनका किसी से काेई विवाद नहीं था। हाे सकता है कि हमलावराें ने गाेली किसी और पर चलाई हाे। बहेरिया थाना प्रभारी रविंद्र मिश्रा ने बताया कि आराेपियाें की पहचान नहीं हाे सकी। जिस समय फायर हुआ परिवार के लाेग अंदर थे। किसी ने बदमाशाें काे देखा नहीं। अज्ञात आराेपियाें के खिलाफ 307 के तहत केस दर्ज किया है।